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अगस्त, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

इंडियन सीबीआई पर बड़ा सवाल Big questions on Indian CBI

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इंडियन सीबीआई ने बाबा गुरमीत राम रहीम का पर्दाफाश कर जे सावत करदिया है. की कानून अभी जिन्दा है. और मुजरिम चाहे कोई बी हो. चाहे फ़िल्मी हस्ती संजय दत्त चाहे डेरा सचा सोदा बाबा गुरमीत राम रहीम सिघ हो कानून के पंजे से कोई बचेगा नही. क्योकि की कानून सब के लिए ऐक है.ईस ढोगी बाबा की असली तस्वीर सामने लाने में मीडियाकर्मियों और सोसिल मिडिया ने बी अपनी जुमेदारी बखूब निबाई लेकिन साथ ही. यह प्रशन चिन्ह मिडिया और सीबीआई और सरकार पर भी लगता है. की जो देश का सबसे बड़ा मसला है. ब्लेक मनी उर्फ़ कालेधन का मसला उस पर सरकार मिडिया, पत्रकार, प्रेस रिपोटर, हाईकोर्ट , और साथ ही सोछिल मिडिया खामोश क्यों है. आखिर ईस चुपि का क्या कारण है. क्यों कालेधन के बारे में मोदी जी बी चुप है. जब मोदी जी ऐक ही पल में नोट बंदी कर सकते है. तो क्या कालाधन विदेश से हिन्दोस्तान नही ला सकते है.

स्टूडेंट्स और कारोबारी के लिए सफलता का मंत्र Success Mantre for Students and Businessmen

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ऐक बिदेशी कहानी है, की जर्मन के ऐक नगर में ऐक महान संगीतकार था, दूर नगर तक जिसकी कला के सम्राट बी दीवाने थे. संगीतकार होने के साथ बे ऐक महान संगीत शिक्षक बी था. उसके पास संगीत सीखनेवालो की भीड़ लगी रहती क्योकि उसकी कला अनूठी थी. जब बो गाता तो आम लोगो की तो बात ही क्या, सम्राटो तक को बी उसकी कला दीवाना कर देती, उस जमाने के संगीतकार उस से जलस करने लगे. लेकिन उसकी शान लगातार बदती गई. ऐक वार कुछ अमीरों के वचे बी. उस गुरु से संगीत सीखने आ पहुचे. गुरु ने उन्हें आश्रम में रहने की अनुमति दी कुछ दिनों के बाद जब गुरु द्क्षना की वात आई तो नये शात्रो ने रोस जाहर किया जब गुरु ने कारन पूषा तो शात्रो का उतर था. गुरु जी हम तो पहले भी संगीत सीख कर आए है. ईस बजह से आप को हम से 50 जूरो लेने चयिए और जो बिलकुल अनजान है. संगीत के सम्बंद में उनसे 150 जूरो लेने चाहिए. तो गुरु ने कहा. जही बजह है, की जो बिलकुल अनजाने है, उनसे कम पेसे लिए जाते है. क्योकि वे कोरे कागज की तरह है. जिन पर कड़ी मेहनत नही

ओशो के 10 बचन Osho's 10 quotes

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1 जिन्दगी में आप जो करना चाहते है. बो जरूर करे जे ना सोचे की लोग क्या कहेगे, लोग तो तब वी कुछ कहेगे जब आप कुछ नही करते, 2 जरूरी नही धार्मिक वाते करने बाला आधमी धार्मिक ही हो. अक्सर अधार्मिक लोग धार्मिकता के सम्बंद में चर्चा करते हुयें पाये जाते है. 3 धर्म सुरक्षा नही बल्कि घोर असुरक्षा है. पैर पैर पर खतरनाक काटे लगने को तुम्हारी प्रतीक्षा में है. 4 बुद्ध पुरषों का आगमन धारणाओं का विनाशकारी उतर देता है . 5 जब बी बुद्ध पुर्ष पैदा होगा बो शास्त्रों को षोड अपने ख़ुद के रास्ते बनाएगा. 6 जिने हम धार्मिक लोग मानते है. बे सिर्फ धर्म की बाते करते है. सिर्फ धर्म की कोरी बाते. 7 हर बीज की सम्भावना है. की बृक्ष हो जाये जा फिर बीज ही रह जाये चुनाब हमेशा तुमहारे अपने हाथ है. 8 जहा पर कोई किसी का दोस्त नही. हर कोई हाथ में हथियार लिए तुम्हारीं गर्दन काटने को तयार है. 9 मनोविज्ञानिक कहते है. उन लोगो पर विशवास नही करना जो जुबान के बोहत मीठे हो, क्योकि मुश्किल वक्त में अ

डॉ होमी जहाँगीर भाभा की जीवनी Biography of Homi J. Bhabha

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संन 1909.अक्टूबर.30. को ऐक महान वैज्ञनिक का जन्म हूया जिनका नाम था.होमी जहांगीर भाभा मुंबई के एक अमीर पारसी परिवार में पैदा हुए थे. उनके पिता जहांगीर भाभा ने कैंब्रिज से शिक्षा प्राप्त की थी. और एक जाने-माने वकील थे. और एक वक्त पर टाटा इंटरप्राइजेज के लिए भी कार्य किया था. होमी की माता भी उच्च घराने से सम्बन्ध रखती थीं. बालक होमी के लिए पुस्तकालय की व्यवस्था घर पर ही कर दी गई थी. जहाँ वे विज्ञान तथा अन्य विषयों से संबन्धित पुस्तकों का अध्ययन करते थे. डॉ होमी जहाँगीर भाभा होमी जहांगीर भाभा भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक थे. जिन्होंने भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की कल्पना की थी। उन्होने मुट्ठी भर वैज्ञानिकों की सहायता से मार्च 1944 में नाभिकीय उर्जा पर अनुसन्धान आरम्भ किया। उन्होंने नाभिकीय विज्ञान में तब कार्य आरम्भ किया जब अविछिन्न शृंखला अभिक्रिया का ज्ञान नहीं के बराबर था और नाभिकीय उर्जा से विद्युत उत्पादन की कल्पना को कोई मानने को तैयार नहीं था. डा होमी 1948 में परमाणु उर्जा के

डेरा सच्चा सौदा की पेशी हाई अलर्ट Dera sacha sauda

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डेरा सच्चा सौदा गुरमीत राम रहीम सिंह की पेशी हाई अलर्ट

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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह से जुड़े यौन शोषण केस में 25 अगस्त को फैसला आने की संभावना से पहले अधिकारियों ने हरियाणा में अलर्ट जारी कर दिया है. फतेहाबाद जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू हिसार और सिरसा में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की शुक्रवार को अदालत में पेशी के संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कथित बयान पर अपनी आपत्ति जाहिर करते हुए समुदाय के प्रवक्ता ने बुधवार को उनसे ऐसी टिप्पणी नहीं करने का आग्रह किया. प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के बयान से लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो जाएगी. पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत डेरा प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में 25 अगस्त को सजा सुनाएगी. उनको व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने को कहा गया है. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर है. आरोप

नरेंद्र मोदी की जीवनी narendra modi biography

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डॉ हरगोविंद खुराना की जीवनी Dr hargobind khorana biography in hindi

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संन 1922 जनवरी 9. भारत. जन्म अविभाजित भारतवर्ष के रायपुर (जिला मुल्तान, पंजाब) नामक कस्बे में हुआ था. पटवारी पिता के चार पुत्रों में ये सबसे छोटे थे. कोई नही जानता था. की ईस प्रितिबा के धनी को दुनयिया भर के लोग डा हरगोविन्द खुराना के नाम से जानेगे. पंजाब विश्वविद्यालय लाहोर से एमएससी करने के वाद संन 1945 में बे उच्च शिक्षा हेतु इग्लेंड चले गए. यहाँ लिवरपूल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर ए. रॉबर्टसन् के अधीन अनुसंधान कर इन्होंने डाक्टरैट की उपाधि प्राप्त की. इन्हें फिर भारत सरकार से शोधवृत्ति मिलीं और ये जूरिख (स्विट्सरलैंड) के फेडरल इंस्टिटयूट ऑव टेक्नॉलोजी में प्रोफेसर वी. प्रेलॉग के साथ अन्वेषण में प्रवृत्त हुए. भारत लोटने पर उने उपयुक्त नोकरी नही मिली. हारकर इंग्लैंड चले गए, जहाँ केंब्रिज विश्वविद्यालय में सदस्यता तथा लार्ड टाड के साथ कार्य करने का अवसर मिला सन् १९५२ में आप वैकवर (कैनाडा) की ब्रिटिश कोलंबिया अनुसंधान परिषद् के जैवरसायन विभाग के अध्यक्ष नियुक्त हुए। सन् १९६० में इन्होंने संयुक्त राज्

सत्येन्द्र नाथ बोस की जीवनी satyendra nath bose biography

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संन 1894 जनवरी 1 भारत राष्टर में कोलकाता में हुआ था. उनकी आरंभिक शिक्षा उनके घर के पास ही स्थित साधारण स्कूल में हुई थी. इनके पिता सुरेन्द्रनाथ बोस रेलबे में अधिकारी थे. सतेन्दर नाथ बचपन से ही प्रतिवाशाली थे. लक्ष्य था. कक्षा में हमेशा पहले दर्जे पर आना. गणित में उन्होंने प्रशनो को ऐक से अधिक तरीको से हल कर 100 में से 100 अंक प्राप्त किये. इसके बाद उन्हें न्यू इंडियन स्कूल और फिर हिंदू स्कूल में भरती कराया गया। स्कूली शिक्षा पूरी करके सत्येन्द्रनाथ बोस ने कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसीडेंसी कॉलेज में प्रवेश लिया। वह अपनी सभी परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक पाते रहे और उन्हें प्रथम स्थान मिलता रहा। उनकी प्रतिभा देखकर कहा जाता था कि वह एक दिन पियरे साइमन, लेप्लास और आगस्टीन लुई काउथी जैसे गणितज्ञ बनेंगे। 1915 में उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान पाया. और ईसी साल आइन्स्टाइन के जर्मन में लिखे सापेक्षता के सिन्दांत का अंग्रेजी में अनुबाद किया. डाका विश्वविद्यालय से एमएससी करने के वाद वे बही भोतिकी के प्रा

आर्टिकल मार्किटिंग केसे करे what is article marketing concept

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आर्टिकल मार्किट में बोहत शक्ति है. वेब ट्रेफिक आकर्षित करने में. आप ईस ट्रेफिक को ग्राहकों में तब्दील कर सकते है. ईस से आप के माल की सेल बड़े गी और माल की सेल बड़ने से आपका मुनाफा बड़ना तो लाजमी है. आर्टिकल मार्किट में आप थोड़ी ही. मेहनत से काफी माल बेच सकते है. आप आर्टिकल को धरती के किसी बी produkt को वेचने में प्रयोग कर सकते है. घर से लेकर जहाज तक . चाहे आपका फ्रिज . लेपटोप .कार.बस .ट्रक. प्रोपटी हो उसे बी आप अपने घर बेठे लेपटोप इन्टरनेट के जरिये अर्तिक्ल लिख कर आसानी से वेच सकते है. और आप आसानी से कमीशन बना सकते है. आर्टिकल मार्किट से है. ना आसान आप सोचते होंगे ईस के लिए हमे क्या करना होगा सब से पहले आप को किसी विषय में अशे जानकार बनना होगा. जेसे बीमा एजेंट. प्रोपटी एडवीजर आप को विषय के बारे में गेहरी जानकारी होनी चाहिए. क्यकी आपके दुबारा लिखे गए अर्टिकल आपके लिए मुफ्त के सेल्समैन के रूप में काम करते है. लेकिन आपके अर्टिकल में दम नही है. तो पड़ने वाले पाठक जादा समय तक आपके अर्टिकल

श्रीनिवास रामानुज जीवन और चरित्र srinivasa ramanujan biography in hindi

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संन 1887 . दिसबर .22 को ऐक महान गणितज्ञ पैदा हूया. जिसमे गिणत के प्रति हैरान कर देने वाली अनोखी प्रतिवा थी. यह नाम है. भारत के विश्ब प्रसिद गिणतज्ञ श्रीनिवास रामानुज का गणितज्ञो की दुनिया में यह नाम बड़े ही फक्र के साथ लिया जाता है. इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है. कोई नही जानता था. की यह भारत के छोटे से गायो का बालक ऐक दिन विश्ब प्रसिद बनेगा. रमनुज के वारे में हैरानी की वात यह है. की इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए कहा जाता है. की रामानुज को काफ़ी आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ा. उनो ने काफी समय तक मद्रास विश्वविद्यालय से सम्बंद रखा.विद्यालय छोड़ने के बाद का पांच वर्षों का समय इनके लिए बहुत हताशा भरा था। भारत इस समय परतंत्रता की बेड़ियों में जकड़ा था। चारों तरफ भयंकर गरीबी थी। ऐसे समय में रामानुजन के पास न कोई नौकरी थी और न ही किसी संस्थान अथवा प्रोफेसर के साथ काम करने का मौका। बस उनका ईश्वर पर अट

महाभारत से सीखे स्टूडेंट्स के लिए मंत्र mahabharat katha

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जीनियस बनने का टोटका your child will become genius through these tips

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तीव्र वशीकरण प्रयोग super fast vashikarn mantra

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क्या पढ़ाई में मन नहीं लगता concentration in hindi

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amazing facts about America amazing facts in hindi

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योग क्या है. yoga in hindi for beginners

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केलाश पर्वत के वो रहस्य जिनको जनना जरूरी है kailash mansarovar

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पाचन क्रिया के लिए जोग digestive system in hindi

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योग से सिद्धियां कैसे प्राप्त होती हैं kundalini yoga in hindi

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अमेरिका की रह्श्पूर्ण घटनाये amazing facts in hindi

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सेक्स लाइफ को सुधारने के लिए औषधि top ed treatment symptoms

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रोग प्रतिरोधक बढ़ाने के लिए आसन digestive system in hindi

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पेट की चर्बी कम करने के लिए आसन motapa kam karne ke upay weight loss in ...

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1 आसन जो रखेगा स्वस्थ For Complete Fitness for Mind, Body and Soul - yog...

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कब्ज और गैस के लिए योगासन how to relieve constipation in hindi

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100 बिमारियों का 1 आसन baba ramdev yoga in hindi for weight loss

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शादी को कैसे बनाएं यादगार marriage

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मैडम क्यूरी की बायोग्राफी Madam Curie Life In Hindi

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मैडम क्यूरी का जन्म 7 नवबर. 1867 को पोलैड के वासर्रावा में हूया. मैडम क्यूरी का परिवार दो पीडियो से कई नोवेल पुरस्कार विजेता रहा. मैडम क्यूरी का असल नाम था. मेरी स्कोलोदोब्सका .उस जमाने में महिलाओ को उच्च शिक्षा के लिए वासर्रावा विश्बविद्यालय में उनूमती नही थी .जिस बजह से उनके पिता ने मैडम क्यूरी को पेरिस भेज दिया. बहा सोब्रोन विश्बविद्यालय उन्होंने विज्ञानं की परीक्षा पास कर. ईसी जगह वैज्ञनिक पियरे क्यूरी से पहले गेहरी दोस्ती हूई और फिर दोनों ने शादी कर ली सोब्रोन विश्बविद्यालय में ही. मैडम क्यूरी ने उस जमाने के सुप्र्सिद वैज्ञनिक प्रो. बेकरेल की सहायिका के तोर पर काम प्रारम्भ किया. ऐक दिन दराज से यूरेनियम के टुकड़े निकालकर फोटो प्लेटे तोली तो प्लेटो पर अजीब सा जाल देखकर उन्हें शोद की नई दिशा मिल गई. फिर क्यूरी दंपति ने आस्ट्रिया सरकार से की कि उन्हें 10 हजार किलो पिचब्लेड निशुल्क दिया जाये. सरकार ने यह प्र्स्तास्ब मान लिया. फिर शुरू हूया बड़े बड़े कड़ाहो वाल्टो में पिचब्लेड और पानी मिलाकर बांस के लठो से

गैलीलियो गैलीली बायोग्राफी और जीवन परिचय Galileo Galilei Biography in Hindi

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बर्ष 1564 15 फरबरी को ऐक महान विज्ञनिक ने जन्म लिया . नाम था. गैलीलियो गैलीली कहा जाता है. महान वैज्ञनिक. खगोलविद और गणितीयशाश्त्री गैलीलियो गैलीली इटली में उसी वर्ष जन्मे , जिस बर्ष इग्लेंड के महान साहित्यकार शेक्सपियर का जन्म हूया. गैलीलियो सितार गैलीलियो गैलीलीऔर तुरही बजाने . खिलोने ब घरेलू सामान बनाने में माहर थे. इनके पिता जी गैलीलियो को डाक्टर वनाने की ईशा रखते थे. ईस बजह से गैलीलियो के पिता जी ने गैलीलियो का दाखला पीसा विश्वविद्यालय में दाखला करा दिया. जही 20 वर्ष की आयु में उनोहोने पीसा के गिरजे में क्दील को दाए वाए डोलते देखा और अपनी नब्ज की टिक-टिक से मिलान कर पाया कि क्दील के दाए और वाए दोलक सामान है. ईस तरह उनोहोने दोलन का सिन्दांत प्रस्तुत किया और यह धारणा भी बनाई की रोगियों की नब्ज मापने में दोलन का इस्तेमाल हो सकता है. उन्होंने 'लीनिग टावर' से दो अलग-अलग भार की गेंदे नीचे शोड़ी. उनके ऐक साथ गिरने का अर्थ था. अरस्तु के नियम का असत्य होना, उनोहोने शहतीर में काच बनाकर गेद लुद्कई और पाया की चोगुनी दूरी तय करने में

डा. केकुले की जीवनी | dr. kekule biography in Hindi

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सन 1829 सितबर 7 को ऐक महान विज्ञानिक का जन्म हूया . पूरा नाम फाईडरिज आगस्ट था. जन्म इस्थान जर्मनी में ड्रमोंस्टाड. उस वक्त यूरोपीय देशो में विग्यनिक खोजे बड़े जोर शोर से हो रही थी. डा केकुले विग्यनिक नही बनना चाहते थे. डॉ केकुले आर्किटेक्ट बनने की महत्वकाक्षा रखते थे. ईसी उमीद से डा. कुक्ले ने गीजल विश्वविद्यालय में जाकर दाखला लिया था . बहा जाकर बे जस्टस वाँन लीविंग से ईस कदर प्रभाबित हुये कि वास्तु को षोड कर रसायनशास्त्र के अध्यन में जुट गए. बर्ष 1852 में डाक्टरेट के बाद वे उचतम अध्यन के लिए पेरिस चले गए. जहा जाकर डा केकुले चार्लिस फ्रेरिक गेरहार्ड के संपर्क में आए. जिससे कारबिनिक पदार्थो की सरचना में उनकी रूचि गहराती गेई . वर्ष 1856 में हाइडेलवर्ग विश्वविद्यालय में रसायनशास्त्र के प्राआध्यपक रहे लेकिन दो साल वाद ग्हेनट विश्वविद्यालय में रसायनशास्त्र के प्रोफेसर वर्ष 1856 बे जर्मनी चले गए.जर्मनी आने के बाद वे सारी उम्र खोजो में जुटे रहे. बेंजीन के फार्मूले सरचना बताने में डॉ काकुले के स्वपन में महत्वपूर्ण योगदान किया. उस जमाने के वि

सी. वी. रमन की जीवनी | CV Raman biography in Hindi

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7 नवंबर , 1888 को ऐक महान खोजकर का जनम हूया जिसे सी .बी रमन के नाम से जाने जाता है. रमन इफेक्ट के खोजकर का जन्म दक्षिण भारत त्रिचनापल्ली में हूया था. सी. बी . रमन के पिता भोतिकी के आध्यपक थे. बे अपने बेटे को उच्च शिख्शा के लिए 12 वर्ष की उम्र में मेट्रिक के पहचात विदेश भेजना चाहते थे. परंतु ऐक विदेशी डाक्टर की सी. बी . रमन को खराब तवियत की वजह से विदेश नही भेजना चाहिये . ईस वजह से रमन ने अपने देश में ही. प्रेसिडेंसी कालज , मद्रास से 1904 में बीए की और फिर 1907 में भोतिकी में एमए की. वर्ष 1907 में सिवल सर्विस की परीक्षा पास कर वे कोलकाता के ब्रिटिश सरकार के वित बिभाग में डिपटी डाइरेक्टर रहे. वहा सर आशुतोष मुखर्जी और गुरुदास वेनर्जी के साथ भारतीय विज्ञानं की प्रयोगशाला में विग्यनिक प्रयोग करने लगे. आशुतोष मुखर्जी और सर तारकनाथ पालित के साथ डा. रासविहारी ने बहा साइंस कालज की स्थापना कर दी. कहते है की राष्टप्रेमी रमन ने सरकारी नोकरी षोड भोतिकी विभाग में प्रवेश किया. सी वी रमन ने प्रकाश , एक्सरे , क्रिस्टल जेसे अनगिनत बिषयो पर अपनी शाप शोड़ी. सी बी रमन ने संगीत यंत्र

पैदा हो चूका है. ईस सदी का सब से बड़ा महानयक. Has been born. The greatest superhero of this century.

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शायिद आप को यकीन ना आ रहा हो . लेकिन ये सच है . क्योकि उसके पास है . रहस्यमय शकत्यिया यो इतहास को बदलने की ताकत रखती है . ईस सदी का ऐक ऐसा महापुर्ष जिसने खोज निकाला है . लाखो साल प्राचीन रावण , रामायण, युग शिव , ब्रह्मा , विष्णु ., और म्हारिश्यो की शक्तियों का रहस्य. जिस के कर्म से ऐसे कारनामे किये या सकते है. की किसी को अपनी आखों पर यकीन नही आएगा. विग्यनिक दातो तले जुबा दवा लेगे. इन शक्तियों को हासिल करने के लिए मनुष्य ने लाखो साल खोजे की है. ईन शक्तियों से धरती को स्वर्ग तो बनाया ही  जा सकता है. लेकिन साथ ही साथ ये महभारत के  ब्रहमास्त्र से भी यादा खतरनाक है . ईस पोस्ट को यादा से यादा share करे  osho