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मेहज 7 दिन में पथरी को चूर चूर कर निकाल देगा home remedies for kidney st...

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7 दिन में पथरी को चूर चूर कर निकाल देगा, पथरी का घरेलू उपचार home remedies for kidney stones

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हेलो दोस्तों पथरी का दर्द क्या होता है. ईस रोगी के बिना कोई अंदाजा बी नही लगा सकता , पथरी का दर्द क्या होता है, केबल बही जान सकता है , जिसे कभी पथरी रही हो जा पथरी का दर्द झेल रहा हो. आपने बोहत सारे घरेलू उपचार के बारे में सुना होगा की किस प्रकार आप अपने घर पर ही, पथरी का उपचार कर सकते है, लेकिन जादातर उपचार काम नही करते, और आप दर्द से तड़पते रहते है, आज हम आप को ऐक ऐसे असरदार घरेलू उपचार के वारे में बता रहे है. जो मेहज 7 दिन में पथरी को चूर चूर कर निकाल देगा, घरेलू उपचार ईतना असरदार है. की जे पथरी को आपके शरीर से बाहर निकाल देगा वो वी बिना नुक्सान पहुचाए, ईस प्रयोग में आपको पथरचट के पोदे का ऐक पता लगातार 7 दिनों तक चटनी बनाकर सुबह सुबह ख़ाली पेट खाना होगा. जे अजमाया हूया उपचार है.

इंडियन सीबीआई पर बड़ा सवाल Big questions on Indian CBI

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इंडियन सीबीआई ने बाबा गुरमीत राम रहीम का पर्दाफाश कर जे सावत करदिया है. की कानून अभी जिन्दा है. और मुजरिम चाहे कोई बी हो. चाहे फ़िल्मी हस्ती संजय दत्त चाहे डेरा सचा सोदा बाबा गुरमीत राम रहीम सिघ हो कानून के पंजे से कोई बचेगा नही. क्योकि की कानून सब के लिए ऐक है.ईस ढोगी बाबा की असली तस्वीर सामने लाने में मीडियाकर्मियों और सोसिल मिडिया ने बी अपनी जुमेदारी बखूब निबाई लेकिन साथ ही. यह प्रशन चिन्ह मिडिया और सीबीआई और सरकार पर भी लगता है. की जो देश का सबसे बड़ा मसला है. ब्लेक मनी उर्फ़ कालेधन का मसला उस पर सरकार मिडिया, पत्रकार, प्रेस रिपोटर, हाईकोर्ट , और साथ ही सोछिल मिडिया खामोश क्यों है. आखिर ईस चुपि का क्या कारण है. क्यों कालेधन के बारे में मोदी जी बी चुप है. जब मोदी जी ऐक ही पल में नोट बंदी कर सकते है. तो क्या कालाधन विदेश से हिन्दोस्तान नही ला सकते है.

स्टूडेंट्स और कारोबारी के लिए सफलता का मंत्र Success Mantre for Students and Businessmen

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ऐक बिदेशी कहानी है, की जर्मन के ऐक नगर में ऐक महान संगीतकार था, दूर नगर तक जिसकी कला के सम्राट बी दीवाने थे. संगीतकार होने के साथ बे ऐक महान संगीत शिक्षक बी था. उसके पास संगीत सीखनेवालो की भीड़ लगी रहती क्योकि उसकी कला अनूठी थी. जब बो गाता तो आम लोगो की तो बात ही क्या, सम्राटो तक को बी उसकी कला दीवाना कर देती, उस जमाने के संगीतकार उस से जलस करने लगे. लेकिन उसकी शान लगातार बदती गई. ऐक वार कुछ अमीरों के वचे बी. उस गुरु से संगीत सीखने आ पहुचे. गुरु ने उन्हें आश्रम में रहने की अनुमति दी कुछ दिनों के बाद जब गुरु द्क्षना की वात आई तो नये शात्रो ने रोस जाहर किया जब गुरु ने कारन पूषा तो शात्रो का उतर था. गुरु जी हम तो पहले भी संगीत सीख कर आए है. ईस बजह से आप को हम से 50 जूरो लेने चयिए और जो बिलकुल अनजान है. संगीत के सम्बंद में उनसे 150 जूरो लेने चाहिए. तो गुरु ने कहा. जही बजह है, की जो बिलकुल अनजाने है, उनसे कम पेसे लिए जाते है. क्योकि वे कोरे कागज की तरह है. जिन पर कड़ी मेहनत नही

ओशो के 10 बचन Osho's 10 quotes

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1 जिन्दगी में आप जो करना चाहते है. बो जरूर करे जे ना सोचे की लोग क्या कहेगे, लोग तो तब वी कुछ कहेगे जब आप कुछ नही करते, 2 जरूरी नही धार्मिक वाते करने बाला आधमी धार्मिक ही हो. अक्सर अधार्मिक लोग धार्मिकता के सम्बंद में चर्चा करते हुयें पाये जाते है. 3 धर्म सुरक्षा नही बल्कि घोर असुरक्षा है. पैर पैर पर खतरनाक काटे लगने को तुम्हारी प्रतीक्षा में है. 4 बुद्ध पुरषों का आगमन धारणाओं का विनाशकारी उतर देता है . 5 जब बी बुद्ध पुर्ष पैदा होगा बो शास्त्रों को षोड अपने ख़ुद के रास्ते बनाएगा. 6 जिने हम धार्मिक लोग मानते है. बे सिर्फ धर्म की बाते करते है. सिर्फ धर्म की कोरी बाते. 7 हर बीज की सम्भावना है. की बृक्ष हो जाये जा फिर बीज ही रह जाये चुनाब हमेशा तुमहारे अपने हाथ है. 8 जहा पर कोई किसी का दोस्त नही. हर कोई हाथ में हथियार लिए तुम्हारीं गर्दन काटने को तयार है. 9 मनोविज्ञानिक कहते है. उन लोगो पर विशवास नही करना जो जुबान के बोहत मीठे हो, क्योकि मुश्किल वक्त में अ

डॉ होमी जहाँगीर भाभा की जीवनी Biography of Homi J. Bhabha

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संन 1909.अक्टूबर.30. को ऐक महान वैज्ञनिक का जन्म हूया जिनका नाम था.होमी जहांगीर भाभा मुंबई के एक अमीर पारसी परिवार में पैदा हुए थे. उनके पिता जहांगीर भाभा ने कैंब्रिज से शिक्षा प्राप्त की थी. और एक जाने-माने वकील थे. और एक वक्त पर टाटा इंटरप्राइजेज के लिए भी कार्य किया था. होमी की माता भी उच्च घराने से सम्बन्ध रखती थीं. बालक होमी के लिए पुस्तकालय की व्यवस्था घर पर ही कर दी गई थी. जहाँ वे विज्ञान तथा अन्य विषयों से संबन्धित पुस्तकों का अध्ययन करते थे. डॉ होमी जहाँगीर भाभा होमी जहांगीर भाभा भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक थे. जिन्होंने भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की कल्पना की थी। उन्होने मुट्ठी भर वैज्ञानिकों की सहायता से मार्च 1944 में नाभिकीय उर्जा पर अनुसन्धान आरम्भ किया। उन्होंने नाभिकीय विज्ञान में तब कार्य आरम्भ किया जब अविछिन्न शृंखला अभिक्रिया का ज्ञान नहीं के बराबर था और नाभिकीय उर्जा से विद्युत उत्पादन की कल्पना को कोई मानने को तैयार नहीं था. डा होमी 1948 में परमाणु उर्जा के